फ्रीलांसर जिसे फ्रीलांसिंग वर्कर या सेल्फ एम्प्लॉई भी कहते है. फ्रीलांसर उसे कहते है जो अपनी स्किल है उसकी जॉब करके की बजाय जिसे उसकी स्किल की जरूरत है, उसका काम करके बदलेमे पैसे लेता है. फॉर एक्साम्पल राज एक अच्छा वेबसाइट डिज़ाइनर है. अब किसी की वेबसाइट बनानी है और वह राज का कांटेक्ट करता है तो राज उसकी वेबसाइट बना देता है और बदलेमे पैसे लेता है. इन शार्ट फ्रीलांसर किसी कंपनी या फर्म के लिए काम नही करता हैं. वह खुद अपने क्लाइंट्स या प्रोजेक्ट्स ढूढता है, उनके लिए काम करता है और उस काम के बदले में पैसे लेता है. फ्रीलॉसिंग़ एक स्किल बेस वर्क हैं. जिसमे फ्रीलांसर अपनी स्किल से पैसे कमाता हैं. यदि आप अपनी प्रोफेशनल लाइफ में थोड़ा अधिक नियंत्रण और स्वतंत्रता रखने में रुचि रखते हैं, आप १० से ६ की नौकरी करना पसंद नहीं करते, या फिर आप अपने समय पर काम करना पसंद करते हैं तो फ्रीलांसिंग आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प है। फ्रीलांसिंग खुद अपने बॉस के रूप में काम शुरू करने का एक फास्ट और किफायती तरीका है. यदि आप उनके स्वयं के नाम से फ्रीलान्स काम सुरु करते है तो बिज़नेस रजिस्ट्रेशन करवाने की आवश्यकता नहीं है. उनके लिए एक बेस्ट ऑप्शन है जो खुद के लिए कुछ करना चाहते है और अपनी स्किल में आगे बढ़ना कहते है. एक फ्रीलांसर होने का मतलब है कि आपके ऊपर कोई बॉस नहीं है जो आपको बताए कि क्या करना है. फ्रीलांसिंग वर्क बहुत ही फ्लेक्सिबल है. आप कितने घंटे काम करेंगे, किस वक्त काम करेंगे, कौन से काम क्या चार्ज लेना है, किस तरहके प्रजेक्ट पर काम करना है या किस प्रोजेक्ट को मन करना है यह चुनने की पूरी आज़ादी मिलती है. आप किसी प्रोजेक्ट पर फुल टाइम या पार्ट टाइम काम कर सहते है. आपको सुबह जल्दी, दोपहर को, या फिर रात को जिस वक्त काम कारन पसंद है उस वक़्त काम कर सकते है. जो फ्रीलांसरको हायर करते है उन्हें फर्क नहीं पड़ता की आप किस वक्त काम करते है उन्हें सिर्फ उनका काम अच्छे से ख़त्म हो उससे मतलब होता है. दिन-प्रतिदिन फ्रीलांसर को हायर करना या फ्रीलांसर के रूप में काम करना लोकप्रय हो रहा है. आज आप आप वेब डिज़ाइन, वेब डेवलपमेंट, मार्केटिंग, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट, अकाउंटिंग, कंटेंट राइटिंग, ऑडियो वीडियो, ग्राफिक डिज़ाइन, ट्रांसलेटिंग और इलस्ट्रेटिंग जैसे कई क्षेत्रों में फ्रीलांसिंग काम कर सकते हैं.